मास: पौष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – मार्गशीर्ष)
पक्ष: शुक्ल
तिथि: नवमी शाम 06:29 तक तत्पश्चात दशमी/li>
नक्षत्र: भरणी शाम 06:40 तक तत्पश्चात कृत्तिका
योग: शुभ रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात शुक्ल
राहुकाल: सुबह 11:27 से दोपहर 12:50 तक
सूर्योदय: 07:19
सूर्यास्त: 18:21
दिशाशूल: पश्चिम दिशा में
विशेष: नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
किसानो के लिए अपना खेत हो तो खेत में पश्चिम की तरफ पीपल का पेड़ लगा दो, पितर लोग राजी होंगे व सुख शांति होगी l खेत में कुआँ पूर्व-उत्तर के कोने में हो l पश्चिम और दक्षिण की तरफ अपना निवास हो खेत में बरकत आएगी
कदवृद्धि जिन बच्चों का कद नहीं बढता वे पुलअप्स का अभ्यास करें और बेल के ६ पते व २-४ काली मिर्च हनुमानजी का स्मरण करते हुए चबा चबाकर खाएं उसमे पानी डाल के पीसकर भी खा सकते हैं l
कैन्सर में १)सुबह मंजन करने के पहले बासी मुंह, १ तोला (१०-१२ मि. ग्रा.) देशी गाय का गौ मूत्र छानकर ले या ये न मिले तो गौझरण में १०-१२ मि.ग्रा पानी डाल के लें ….( आश्रम में मिलता है ).. थोड़े दिन में कैन्सर की बीमारी मिट जायेगी l
२) २० ग्राम तुलसी का रस , ५० ग्राम ताजा दही के साथ कुछ दिन सुबह – शाम लेने से कैन्सर में आराम होता है।