मास: पौष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – मार्गशीर्ष)
पक्ष: कृष्ण
तिथि: त्रयोदशी दोपहर 02:32 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र: ज्येष्ठा सुबह 09:10 तक तत्पश्चात मूल
योग: वृद्धि सुबह 08:41 तक तत्पश्चात ध्रुव
राहुकाल: सुबह 08:40 से सुबह 10:03 तक
सूर्योदय: 07:19
सूर्यास्त: 18:13
दिशाशूल: पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण: मासिक शिवरात्रि
विशेष: त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए: 12 जनवरी 2021 मंगलवार को दोपहर 12:23 से 13 जनवरी, बुधवार को सुबह 10:29 तक अमावस्या है।
घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।
अमावस्या: अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)