मुक्ति जैसे स्वप्न हमारे अन्तर्गत था , ऐसे ही संसार हमारे अन्तर्गत है ! आँख खुलते ही सब स्वप्न गायब !
सतयुग में भगवान विष्णु को ध्यान से, त्रेता में यज्ञ से और दवापर में भगवान की पूजा से जो फल मिलता था
देवउठनी एकादशी 2020 | दुर्लभ फल प्राप्ति का व्रत