तिथि: द्वादशी 09 फरवरी प्रातः 03:19 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
नक्षत्र: मूल शाम 03:21 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
योग: हर्षण सुबह 11:32 तक तत्पश्चात वज्र
राहुकाल: सुबह 08:38 से सुबह 10:03 तक
सूर्योदय: 07:14
सूर्यास्त: 18:31
दिशाशूल: पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण व्रत पर्व विवरण – षटतिला एकादशी (भागवत)
💥 विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
💥 आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
💥 एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
💥 एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
💥 जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो 09 फरवरी 2021 मंगलवार को भौम प्रदोष योग है ।
🙏🏻 किसी को आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो भौम प्रदोष योग हो, उस दिन शाम को सूर्य अस्त के समय घर के आसपास कोई शिवजी का मंदिर हो तो जाए और ५ बत्ती वाला दीपक जलाये और थोड़ी देर जप करें :
👉🏻 ये मंत्र बोले :–
🌷 ॐ भौमाय नमः
🌷 ॐ मंगलाय नमः
🌷 ॐ भुजाय नमः
🌷 ॐ रुन्ह्र्ताय नमः
🌷 ॐ भूमिपुत्राय नमः
🌷 ॐ अंगारकाय नमः
👉🏻 और हर मंगलवार को ये मंगल की स्तुति करें:-
🌷 धरणी गर्भ संभूतं विद्युत् कांति समप्रभम |
कुमारं शक्ति हस्तं तं मंगलम प्रणमाम्यहम ||