नक्षत्र – धनिष्ठा रात्रि 07:40 तक तत्पश्चात शतभिषा
योग – शोभन सुबह 10:40 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
राहुकाल – शाम 05:28 से शाम 07:03 तक
सूर्योदय – 06:20
सूर्यास्त – 19:02
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण – श्रावणी पूर्णिमा, रक्षाबंधन, हयग्रीव जयंती, संस्कृत दिवस, श्रावणी उपाकर्म, शरद ऋतु प्रारंभ
विशेष – पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 22 अगस्त 2021 रविवार को है।
मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के दिन अपराह्न का समय रक्षाबंधन के लिये अधिक उपयुक्त माना जाता है जो कि हिन्दू समय गणना के अनुसार दोपहर के बाद का समय है।
विशेष – भद्र काल के दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है
इस बार रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो जाएगा ।
राखी बांधने का समय सुबह 06:20 से रहेगा ।