By heygobind Date April 22, 2023

आजकल टीवी और मोबाइल के आने से हमारे जीवनशैली मे बहुत परिवर्तन आ गया है। अधिक देर तक जगना और सुबह देर तक सोना हमारे शरीर को बहुत नुकसान देता है, और इसके कारण हमारी आँखों की रौशनी भी धीरे धीरे कम हो रही हैं। हम सभी को आँखों की उचित देखभाल करनी चाहिए। सुबह सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ दें। ठंडे पानी से चेहरा धो लेना चाहिए। इसके बाद...

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By heygobind Date January 30, 2022

तिल स्निग्ध, गर्म, वायु को शांत करने वाला, कफ-पित्त, पचने में भारी, तेजबुद्धि और जठर, त्वचा, बालों और दांतों के लिए लाभकारी होता है। (अष्टांगहृदय, सुश्रुत संहिता) तिल लाल, सफ़ेद  व काले - तीन प्रकार के होते हैं । तिल में लौह, प्रोटीन, मैग्नेशियम, ताँबा एवं विटामिन ए, बी-1, बी-6 आदि पाए जाते हैं।   तिल को पीसकर तैयार किये गए उबटन से स्नान करन...

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By heygobind Date August 14, 2021

ब्रह्मांड के सभी कार्य-व्यापार भगवान सूर्यनारायण की कृपा से चलते हैं, जो दुनिया को रोशन करते हैं। सूर्य की किरणें व्यक्ति के स्वस्थ और निरोगी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यदि कोई व्यक्ति कुछ समय के लिए सूर्य स्नान करता है, तो वह कई रोगों से सुरक्षित रहता है और यदि वह बीमार है, तो यह उसे स्वस्थ होने में मदद करता है। Surya Kiran Chikitsa...

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By heygobind Date June 27, 2021

प्रथम प्रयोग: मौसम के अनुसार कुछ समय तक सेब खाना चाहिए और इसके सेवन से लाभ होता हैं द्वितीय प्रयोग: अरनी के पत्तों का 25 से 45 मि.ली. रस दिन में तीन बार पीने से मोटापा दूर होती है। तृतीया प्रयोग: आयर्वेद में चंद्रप्रभावटी की 2-2 गोली रोज दो बार गोमूत्र के साथ लेने से एवं दूध-चावल का...

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By heygobind Date November 30, 2020

स्वास्थ्य के लिए शकरकंद  बहुत ही फायदेमंद होता है। बहुत सारे लोग इसको आलू के जैसे ही समझते है पर शकरकंद में बहुत ही अधिक पौष्टिक तत्वों के कारण ये आलू से बहुत लाभदायद होता हैं। अधिकतर लोग सर्दियों में शकरकंद को आग में भून कर खाना पसंद करते हैं। कई लोग इसको उबालकर इसकी चाट बनाकर खाते हैं।    सर्दियों में कंदमूल खाना बहुत ही अधिक लाभकारी...

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By heygobind Date September 13, 2020

एसिडिटी acidity क्यों होता हैं। जब हम चटपटा मसालेदार खाना खाते हैं। यदि हम भोजन सही समय से नहीं करते और भूखे रहते हैं। सुबह खाली पेट चाय आदि का सेवन करते हैं। स्मोकिंग, शराब और अन्य नशे करते हैं। एसिडिटी का मुख्य कारण रात को भोजन सही समय पर नहीं लेना। यदि शरीर में गर्मी अधिक हो तो। एसिडिटी के लक्षण यदि पेट में जलन होती है। खट्टी और कड़वी ...

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By heygobind Date August 16, 2020

बाल कटाने के नियम जब भी आप दाढ़ी बना रहे हो तो पूर्व और उत्तर दिशा की ओर बनानी चाहिए। ऐसे करने से आयु की बढ़ती हैं। दाढ़ी बनवाने के पश्चात स्नान अवश्य कर ले। (महाभारत, अनुशासन पर्व 108. 128. 139) बुधवार और शुक्रवार के दिन ही बाल कटवाना चाहिए। इसके सिवाय किसी और दिन नहीं बाल नहीं कटवाना चाहिए। शिवं भक्ति में कमी आती ह...

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By heygobind Date July 26, 2020

ताजी हल्दी का प्रयोग सलाद के रूप में भी होता है। आमी हल्दी का भी प्रयोग सलाद के रूप में करते हैं। इसका रंग सफेद एवं सुगंध में आम के समान होती है। विवाह आदि और अन्य मांगलिक उत्सव में हल्दी का प्रयोग किया जाता है। आयुर्वद के अनुसार हल्दी कड़वी, कसैली, गरम, उष्णवीर्य, पाचन में हल्की, शरीर के रंग को साफ करने वाली, वात पित कफ आदि का शामक, त्वचा...

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By heygobind Date June 26, 2020

बादाम, सौंफ और मिश्री को समान मात्रा में मिलाकर पीस लेना चाहिए। प्रत्येक रात्रि को सोने के समय इसकी एक चम्मच को गर्म दूध में मिलाकर पियें। कम से काम 40 दिनों तक इसका सेवन करना चाहिए। आँवला, हरड़ और बहेड़ा तीनों को समान मात्रा में लेकर उसका त्रिफला चूर्ण बना लें। त्रिफला चूर्ण की 3 से 6 ग्राम मात्रा को घी और मिश्री के साथ मिलाकर कुछ माह तक...

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By heygobind Date June 20, 2020

शंका : ग्रहण के सूतक काल में सोना चाहिए या नहीं ? समाधान : सो सकते हैं लेकिन चूंकि सोकर तुरंत उठने के बाद जल-पान, लघुशंका-शौच आदि की स्वाभाविक प्रवृत्ति की आवश्यकता पड़ती है अतः ग्रहण प्रारम्भ होने के करीब 4 घंटें पहले उठ जाना चाहिए जिससे लघुशंका-शौच आदि की आवश्यकता होने पर इनसे निवृत्त हो सके ग्रहणकाल में समस्या न आये। शंका : ...

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भक्त दमा बाई जी…. श्री दमा बाई जी अत्यंत उच्च कोटि की संत थी।आपकी संत सेवा में बड़ी ही रुचि थी।

भक्त दमा बाई जी…. श्री दमा बाई जी अत्यंत उच्च कोटि की संत थी।आपकी संत सेवा में बड़ी ही रुचि थी।

विजया एकादशी

विजया एकादशी

Putrada Ekadashi || पुत्रदा एकादशी

Putrada Ekadashi || पुत्रदा एकादशी

जोगीदास…भावनगर जोकि गुजरात में हैं। उस भावनगर में एक ऐसा डाकू था जिससे उसका राजा भी कांपता था, उस डाकू का नाम था जोगीदास खुमाण।

जोगीदास…भावनगर जोकि गुजरात में हैं। उस भावनगर में एक ऐसा डाकू था जिससे उसका राजा भी कांपता था, उस डाकू का नाम था जोगीदास खुमाण।

फक्कड बाबा…एक फक्कड बाबा थे, किसी गाँव के बाहर वृक्ष के नीचे बैठे थे. दिखने में हट्टे-कट्टे थे. बाबा बोले जा रहे थे

फक्कड बाबा…एक फक्कड बाबा थे, किसी गाँव के बाहर वृक्ष के नीचे बैठे थे. दिखने में हट्टे-कट्टे थे. बाबा बोले जा रहे थे

गुड़ सेवन करने से लाभ,

गुड़ सेवन करने से लाभ,

Nirjala Ekadashi 2021

Nirjala Ekadashi 2021

साधना में ऊंचाई कैसे मिले….सबसे पहले वो कारण जो आपकी साधना में रुकावट लाती हैं, जिन्ह विकारों से आप गिरते हो, चिंतन के कारण आपका पतन होता हैं,

साधना में ऊंचाई कैसे मिले….सबसे पहले वो कारण जो आपकी साधना में रुकावट लाती हैं, जिन्ह विकारों से आप गिरते हो, चिंतन के कारण आपका पतन होता हैं,

श्राद्ध का महत्व और नियम  13 सितम्बर से 28 सितम्बर तक, श्राद्ध में नियम, जिससे पितृ प्रसन्न होते हैं।

श्राद्ध का महत्व और नियम 13 सितम्बर से 28 सितम्बर तक, श्राद्ध में नियम, जिससे पितृ प्रसन्न होते हैं।

श्राद्ध Shradh में ब्राह्मण को निमंत्रित करने की उचित विधि

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