करवा चौथ के व्रत की विधि, और सम्पूर्ण कथा जिसका पाठ सभी व्रत वाले को करना चाहिए।
माघ कृष्ण चतुर्थी – संकष्टी चतुर्थी – संकट चौथ
श्राद्ध Shradh में ब्राह्मण को निमंत्रित करने की उचित विधि
Nirjala Ekadashi 2021
पांच प्रेत…पृथु एक भक्त ब्राम्हण था। वह रोज हरिभक्ति में तल्लीन रहता था। वह प्रभुजी को बहुत प्रेम करता था
*ब्राह्ममुहूर्त में उठन के लाभ…जो भी इस दुनिया मे महान लोग हुए और चिरस्मरणीय एवं दीर्घजीवी हुए हैं वे प्रायः ब्राह्ममुहूर्त में उठते थे।
चीरहरण लीला और वरदान प्राप्ति…..अरुणोदय की बेला में प्रतिदिन एक साथ भगवान् के गुण को गाती हुई गोपियों का समूह श्री यमुनाजी में स्नान करने गयी.
नेत्रज्योति की रक्षा हेतु विशेष मन्त्र, ॐ ॐ ॐ ॐ मेरी आरोग्य शक्ति
फक्कड बाबा…एक फक्कड बाबा थे, किसी गाँव के बाहर वृक्ष के नीचे बैठे थे. दिखने में हट्टे-कट्टे थे. बाबा बोले जा रहे थे
ब्रजदर्शन (काम्यवन धाम):- प्रेम की भाषा ब्रजदर्शन (काम्यवन धाम):- प्रेम की कोई भाषा नही होती ना प्रेम का कोई सीमित दायरा